हरिद्वार में शांतिकुंज कहां पर है कांटेक्ट नंबर क्या है और क्यों प्रसिद्ध है

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हर की पौड़ी से मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर देहरादून ऋषिकेश रोड पर शांतिकुंज पड़ता है। यह एक प्रकार का आश्रम है जहां पर सादगी भरा जीवन जिया जाता है यहां मेडिटेशन, भजन  योगा जैसी एक्टिविटीज होती रहती हैं। 

हरिद्वार में शांतिकुंज कहां पर है कांटेक्ट नंबर क्या है और क्यों प्रसिद्ध है

शांतिकुंज एक धार्मिक स्थल है जो कि नेशनल हाईवे 58 देहरादून ऋषिकेश रोड की ओर जाने पर रेलवे स्टेशन से मात्र 6 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। जब आप शांतिकुंज जाएंगे तो वहां आपको 1-5 गेट मिलेंगे और हर गेट पर एक नंबर लिखा होगा ध्यान रहे हैं आपको गेट नंबर 5 से ही एंट्री करनी है क्योंकि वही से एंट्री मिलती है। यदि आपके पास खुद का वेरीकल है तो चिंता ना करें गेट नंबर पांच सेंटर करते ही लेफ्ट साइड में कार पार्किंग है जो कि बिल्कुल मुफ्त है। गेटकीपर गेट खोलते हुए आपको इस पार्किंग के बारे में बताता है तथा दाहिने  साइड पर बने एक छोटे से काउंटर में आपको गाड़ी का नंबर तथा अपना नाम लिखवाना होता है जिसके बदले वे एक पर्ची देते हैं जो आपको वापस लौटते वक्त वहां दिखानी होती है।

भोजन 

शांतिकुंज अपनी सादगी के लिए जाना जाता है और जहां आपको सादा भोजन बिल्कुल मुफ्त मिल जाता है। यहां टाइम टाइम पर लंगर लगते हैं जिन का समय सुबह दोपहर और शाम को निर्धारित होता है। इन नंबरों में आपको चावल दाल रोटी और सब्जी बिना तेज नमक और मसाले के मिलती है यह एक सादा भोजन होता है जिसे खाने के लिए डॉक्टर भी कहते हैं। जिन लोगों को चटपटा भोजन खाना है उनके लिए कैंटीन की व्यवस्था है जहां पर मार्केट प्राइस में मसाला डोसा तथा इडली वडा मिल जाता है। पर यह कैंटीन थोड़ी महंगी लगती है क्योंकि यहां मात्र एक इडली की कीमत ₹8 है।

सस्ते रूम बुकिंग

लोग यहां आसानी से ठहर सकते हैं फिर चाहे वे उत्तराखंड के हो  या उत्तराखंड से बाहर के हों या फिर भारत के बाहर के ही क्यों ना हो। जिन लोगों को यहां ठहरना होता है उन्हें अपना आधार कार्ड या और कोई  आईडेंटिटी प्रूफ का फोटोकॉपी यहां जमा करना होता है। जहां तक उनकी बात है तो यहां रूम काफी सस्ते हैं और मात्र ₹50 से शुरू हो जाते हैं तथा साथ ही यहां पर ₹150 और ₹500 के भी रूम उपलब्ध हो जाते हैं। जाड़े में रजाई का भी यहां बंदोबस्त होता है और अलग रजाई भी आपको मात्र ₹7 से ₹10 तक मिल जाती है। यहां के कमरों की खासियत यह है कि वे काफी साफ-सुथरे होते हैं।

हरी-भरी नर्सरी और पौधे

यहां पर गेट नंबर 3  की ओर जाने पर हरी-भरी नर्सरी दिखती है जहां पर मेडिसिनल पौधों को सजाया गया है और उनके नाम लिखे गए हैं ताकि लोगों  उन्हें पहचान सके। यदि आपको कोई पौधा खरीदना है तो गेट के पास ही एक छोटा सा काउंटर है जहां आप पौधे की बुकिंग के लिए बात कर सकते हैं।

ध्यान भवन

शांतिकुंज में अलग-अलग प्रकार के भवन बने हुए हैं जिनमें से एक ध्यान भवन भी है जहां पर आप अपना ध्यान लगा सकते हैं। कई बार यहां पर ज्ञानी पुरुष जनता को ज्ञान देते हैं और जान कैसे लगाना है यह समझाते हुए देखे गए हैं।

शादी बुकिंग

यदि कोई जोड़ा सादगी से शादी करना चाहता है तो शांतिकुंज  से बेहतर जगह नहीं मिल सकती। यहां किसी एक जोड़े की शादी के अलावा सामूहिक शादी भी होती हैं जिसमें कई सारे जोड़ें शामिल होते हैं। शादी का खर्चा भी काफी कम आता है और सारी व्यवस्था अंदर ही हो जाती है यह किसी भी प्रकार का चार्ज आप से नहीं लेते हैं बल्कि आपको अपनी इच्छा अनुसार उनके नाम पर पैसों की रसीद कटवानि होती है। रसीद आप अपनी मर्जी के अनुसार कटवा सकते हैं साथ ही अपने कुछ परिजनों को भी शादी में शामिल कर सकते हैं। पर एक बात का ध्यान रखें बाहर शादी करवाने में जितने लोगों को शामिल किया जाता है उतने लोगों को शामिल होने की यहां परमिशन नहीं मिलती इसलिए आप अपने परिवार के चुनिंदा सदस्यों को ही लेकर जाएं।

स्थापना तथा फाउंडर

शांतिकुंज की स्थापना 1971 में हुई थी और इसका श्रेय श्रीराम शर्मा आचार्य तथा भगवती देवी शर्मा को जाता है। श्रीराम शर्मा आचार्य शांतिकुंज के मुख्य फाउंडर हैं। शांतिकुंज को हेड क्वार्टर ऑफ ऑल गायत्री परिवार भी कहा जाता है 

संबंधित प्रश्न उत्तर

शांतिकुंज कहां पर है एड्रेस बताइए?

शांतिकुंज रोड, मोतीचूर, हरिद्वार उत्तराखंड 249411

शांतिकुंज का कांटेक्ट नंबर बताइए?

शांतिकुंज हरिद्वार कांटेक्ट नंबर यह है 01334260602

क्या शांतिकुंज में भोजन फ्री मिलता है?

जी हां यहां लंगर लगते हैं जिसमें आप मुफ्त में भोजन प्राप्त कर सकते हैं।

शांतिकुंज में मुफ्त में पौधे मिलते हैं?

जी नहीं पहुंचे आपको खरीदने पड़ेंगे।

शांतिकुंज की स्थापना कब हुई थी तथा इसका फाउंडर कौन है?

स्थापना – 1971
फाउंडर – श्रीराम शर्मा आचार्य।

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