यूं तो देहरादून में घूमने लायक जगह काफी सारी है, कुछ चुनिंदा जगहों के बारे में आपको जानकारी मिलेगी। देहरादून में कहां रुके सस्ते में जहां मिलते हैं होटल से कई गुना सस्ते रूम यह भी आपको पता चलेगा।
देहरादून में घूमने की जगह
देहरादून में घूमने लायक जगह के नाम नीचे दिए गए हैं:
- सहस्त्रधारा।
- रॉबर्स केव।
- टपकेश्वर मंदिर।
- झंडा साहिब गुरुद्वारा।
- मसीडियर पार्क।
- फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट (एफ आर आई)।
- आसन बैराज।
- हरि की दून घाटी।
- बुद्ध टेंपल।
- मसूरी।
देहरादून में घूमने लायक जगह
अभी तक आप ऊपर दि गई अधिकतर जगह पर लगभग घूम चुके होंगे या उनके बारे में आपने सुना होगा। मैं आज आपको एक ऐसे स्थान के बारे में बताने जा रहा हूं जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं।
देहरादून में जोली ग्रांट के निकटतम एरिया में थानो नामक एक छोटी सी जगह पड़ती है। यह एक छोटा सा गांव है जो हरियाली से भरपूर है और काफी खूबसूरत है। रायपुर से थानो जाने का रास्ता आता है यदि आप आईएसबीटी पर हैं तो वहां से हरिद्वार वाली सड़क पर जाना होता है।
रायपुर से थानो जाने वाली सड़क काफी ज्यादा खूबसूरत और आरामदायक है। थानों में छोटे-छोटे जंगल है तथा छोटे-छोटे गांव बसे हुए हैं किंतु गाड़ियों की सर्विस कुछ कम है इसलिए अपनी गाड़ी में आए तो बेहतर होगा। यहां देखने के लिए कोई खास मंदिर या दार्शनिक स्थल तो नहीं है किंतु जो प्रकृति लवर है उनके लिए जंगलों की कमी नहीं है। इस एरिया की खास बात यह है कि यहां गर्मियों में भी पहाड़ों जैसा अच्छा मौसम रहता है।
कुमाऊं-गढ़वाल के मंगरो में अक्सर ठंडा पानी बहता हुआ आपने देखा होगा किंतु प्लेन एरिया में ऐसा मंजर देखना मुश्किल है। थानों में कुछ जगहों पर मंगरो की फीलिंग आती है क्योंकि वहां से ठंडा पानी प्राकृतिक रूप से निरंतर बहता रहता है।
थानो तक पहुंचने के लिए एक घने जंगल से होकर गुजरना पड़ता है, यहां पर गाड़ियां आसानी से चलती है क्योंकि 30 से 40 फुट सड़के बनी हुई हैं। यह सड़क जंगल के बीच में होने की वजह से इसमें हाथी भी देखने को मिलते हैं और कई बार हाथियों का झुंड भी देखा जा सकता है। यही वजह है कि इस सड़क से रात को 7:00 बजे के बाद अंधेरा होने पर गाड़ियों के चलने की संख्या कम तथा बंद कर दी जाती हैं।
जो यात्री अंधेरा होने पर सड़क के बीचों बीच पहुंच चुके हैं उनके लिए बैरियर लगे होते हैं। ऐसे राहगीरों को सड़क क्रॉस करवाने के लिए फॉरेस्ट विभाग की गाड़ियां उनके आगे चलती हैं। फॉरेस्ट विभाग की गाड़ियों में लाइट की अच्छी व्यवस्था होती है और यह लाइट हाथियों को दूर रखने में मददगार साबित होती है।
हाथियों के झुंड से बचाने के लिए इन राहगीरों को फॉरेस्ट विभाग की निगरानी में ले जाया जाता है। हाथियों की वजह से शाम 7:30 बजे तक इन सड़कों को पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है।
थानो तक कैसे पहुंचे
आईएसबीटी से हरिद्वार हाईवे वाली सड़क को फॉलो करते डोईवाला की तरफ आपको जाना होगा। रायपुर चौक से थानों के लिए सीधी मिनी बस चलती है जो आपको राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम से होते हुए भोपाल पानी क्रॉस करते हुए थानो छोड़ती है।
देहरादून में कहां रुके होटल से कई गुना सस्ते रूम
यदि आप देहरादून आए हैं और टपकेश्वर मंदिर, बुद्धपैलेस, थानो तथा अन्य जगह घूमने का प्लान बनाया है जिसमें आपको तीन से पांच दिन लग सकते हैं तो ऐसे में आपका होटल का खर्चा काफी ज्यादा हो सकता है। यदि आप अपने परिवार के साथ आए हैं तो होटल का खर्चा और बढ़ जाता है क्योंकि एक साधारण होटल में ठहरने पर एक रूम का किराया 700 से लेकर 1000 रुपए के बीच में है। मैं आज आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहा हूं जहां पर मात्र ₹120 में आपको एक साफ सुथरा कमरा मिलता है।
देहरादून में रुकने के लिए जैन धर्मशाला तथा अग्रवाल धर्मशाला काफी अफॉर्डेबल हैं। यह दोनों धर्मशाला प्रिंस चौक पर स्थित हैं तथा एक दूसरे के अगल-बगल हैं। जैन धर्मशाला के अंदर ₹120 में आपको एक रूम में एक बेड मिलता है, इस रूम में दो बेड लगे होते हैं। जिन लोगों को कमरे की आवश्यकता नहीं वह मात्र ₹70 में एक बेड प्राप्त कर सकते हैं वह नीचे बरांडे में लगा होता है। ₹220 में पूरी तरह से निजी कमरा आपको मिलता है जबकि 120 रुपए वाले कमरे में एक और बेड होता है जिसमें कोई और भी रह सकता है।
यहां एंट्री पाना काफी आसान है और किसी भी धर्म के लोगों को मन नहीं किया जाता है। आपको अपना आधार कार्ड दिखाना होगा और उसकी फोटोकॉपी जमा करनी होगी। इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप पंजाब से आए हैं या दक्षिण भारत से बस आधार कार्ड वैलिड होना चाहिए। इसके अलावा आपको अपना निजी ताला लेकर जाना होगा जिसे रूम से बाहर निकलने पर लगाना होगा।
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